Haryana News : कांग्रेस से निकाले जाने के बाद पूर्व प्रदेश प्रवक्ता बाल मुकंद शर्मा का जवाब सुनकर कांग्रेस वालों के होंश उड़ जायेंगे
सत्य खबर, चंडीगढ़ ।
हरियाणा कांग्रेस से पूर्व प्रवक्ता बालमुकुंद शर्मा के निष्कासन को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। पार्टी के नेता प्रतिपक्ष नेता को लेकर दिए गए बयान के बाद पूर्व प्रवक्ता ने निष्कासन पत्र पर किए गए हस्ताक्षर को फर्जी बताया है।
पूर्व प्रवक्ता बालमुकुंद शर्मा ने दावा किया है कि लेटर पर कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान के प्रिंटेड सिग्नेचर हैं। अब वह इस पूरे मामले को लेकर चंडीगढ़ पुलिस के पास जाने की बात कह रहे हैं।
सुचना मिल रही है कि विधानसभा चुनाव में हारने वाले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराएंगे। अभी 2 दिन पहले ही हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कांग्रेस नेता बाल मुकुंद शर्मा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है।
इसे लेकर पार्टी की ओर से एक पत्र भी जारी किया था। 8 नवंबर को बाल मुकुंद शर्मा ने दावा किया था कि इस बार पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा नेता प्रतिपक्ष नहीं बनेंगे
बालमुकुंद शर्मा की बड़ी बातें
कांग्रेस से बर्खास्त किए जाने पर प्रवक्ता बाल मुकुंद शर्मा ने चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि मैं तीस साल से कांग्रेस में हूं। कुछ दिन पहले पत्र मिला, जिसमें मुझे बर्खास्त कर दिया। जो पत्र जारी किया गया है उसमें उसमें फर्जी साइन किए हुए हैं। पार्टी जब चुनाव हार गई, मंथन का दौर चला, पार्टी में हाहाकार थी। नैतिकता के आधार पर प्रदेश अध्यक्ष को हार की ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए। ना की किसी को पार्टी से बर्खास्त किया जाना चाहिए। मेरे राजनीति करियर में पहला ऐसी बार हुआ है कि किसी को बर्खास्त किया गया है। जो भी आज TV डिबेट पर जा रहे हैं कांग्रेस के ऑफिशियल प्रवक्ता नहीं हैं।
अशोक तंवर को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की बात चली
पूर्व प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने हार की ज़िम्मेदारी नहीं ली, चुनाव में हार के बाद मंथन चल रहा था कि प्रदेश अध्यक्ष सहित तमाम लोगों को बदला जाएगा। जिसमें अशोक तंवर को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की बात चली, इसके अलावा चार कार्यकारी अध्यक्ष बनाने की बात चली। कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में आदित्य सुरजेवाला, दूसरा OBC चेहरा चिरंजीव राव, तीसरा मेरा नाम शामिल था, चौथा भूपेंद्र सिंह हुड्डा के लिए गुट सही होना था। मेरा नाम कार्यकारी अध्यक्ष नाम पर आने पर मुझे निकाल दिया गया।
कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता बालमुकुंद ने दावा किया कि मैं कांग्रेस विधायक अशोक अरोड़ा नेता प्रतिपक्ष बनेंगे इस बात पर मैं आज भी क़ायम हूं। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने बेटे को सेफ करने के लिए कांग्रेस की बलि दी। अपने बेटे को कांग्रेस सांसद बनाने के लिए चार सीटें दे दी। राहुल गांधी चाहते थे कि विधानसभा में आम आदमी पार्टी से गठबंधन हो, लेकिन जयप्रकाश अपने बेटे को कलायत से टिकट दिलवाने के चक्कर में आम आदमी पार्टी से गठबंधन नहीं होने दिया, क्योंकि आम आदमी पार्टी के नेता अनुराग ढांडा वहां से टिकट चाहते थे।